Wednesday, 4 May 2011

ओसामा को मिडिया प्रचार केलिए मारने की जरूरत क्या थी ?

ओसामा खुद में एक आतंक है..

ओसामा सिर्फ आतंकवादी नहीं..खुद में एक आतंक है..
पिछले कुछ सालों से वो सिर्फ एक शख्स नहीं ..नाम बन गया है..
एक ऐसा नाम जिस से पूरा विश्व दहशत में है..
मुझे नहीं लगता ओसामा के जीने मरने से कोई फर्क पड़ने वाला है..
ओबामा को अगर नींद नहीं आती होगी तो उसकी माँ शायद कहती होगी..
"सो जा ओबामा वरना ओसामा आ जाएगा.."
और ओसामा को यदि नींद नहीं आती होगी तो उसकी माँ शायद कहती होगी..
"सो जा ओसामा वरना ओबामा आ जाएगा.."
वैसे इस सम्बन्ध में दी गई तकरीबन सारी जानकारी संदिग्ध है.
पानी में दफनाना, अगर मिशन ओसामा का सीधा प्रसारण ओबामा ने देखा तो
अब तक अपनी विजय का दृष्य किसी को क्योँ नहीं दिखाया ?
पाकिस्तान को मिशन की जानकारी न होना भी संदिग्धता ही है ;
सवाल बहुत हैं, मेरे अनुसार ओबामा को बस कैद किया गया है...
या सिर्फ नाम के लिए ओसामा अध्याय बंद किया गया है ..
आगे किया योजना है यह तो वक़्त बताएगा.
क्या ये बात भरोसे लायक है कि लादेन को समंदर में दफना दिया गया?
और भी बहुत सी बातें इस सिलसिले में खास हैं जो संदिग्धता को बनाये हुए हैं ....
पर मिडिया-प्राणी को इन बातों से क्या ?
बेवकूफ़ बनने और बनाने का खेल फिर चल पड़ा है।
अमेरिका ने लादेन की मौत को सद्दाम की फांसी जैसा दर्शनीय क्यों नहीं बनाया ?
ओसामा बिन लादेन के मरने के बाद सवाल उठा है कि उसका मृत शरीर किसी ने देखा है ?
अमेरिकी प्रशासन ने उसकी बॉडी या लाश उसके घर वालों को क्यों नहीं सौंपी ?
अंतिम संस्कार के समय परिवार के लोगों को क्यों नहीं बुलाया गया ?
ओसामा को क्या इस बार सच में मारा गया है ?
हाल में लीबिया के नेता गद्दाफी की संपत्ति सारी दुनिया में सील की गयी थी ।
ओसामा की संपत्ति सील क्यों नहीं की गई ?
समझ में नहीं आता --- आखिर ओसामा को मिडिया प्रचार केलिए मारने की जरूरत क्या थी ?
सायद अमेरिका अपना भ्रम मिटाने के लिए ऐसा किया है ...
जिस प्रकार हारा जाति के राजा को झूठी जीत दिलाने के लिए बूंदी की किला बनाया गया था और उसे तोड़ कर हारा जाति के राजा खुश हो गए थे i शायद उसी प्रकार ओबामा ने अपने मन को शांति देने केलिए एवं भूतपूर्व प्रेसिडेंट के वचन को निभाने के लिए ऐसा किया है ....
यदि ऐसा नहीं करता तो दुनियां के सामने उसकी शक्ति भांप ली जाति ....
सवाल बहुत हैं, मेरे अनुसार ओबामा को बस मूर्ति-मात्र कैद किया गया है.
आगे किया योजना है यह तो वक़्त बताएगा.

भारत भारती समाज के लिए ,
डॉ. माया शंकर झा ,
कोलकाता

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